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शैतान की बारात मे उड़ गए होश , एक डरावनी घटना

दोस्तों मेरा नाम शोएब है और मै मध्यप्रदेश के रीवा  का रहने वाला हूँ दोस्तों मै आज आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसे सुनकर आपके होस उड़ने वाले है 

मेरे साथ घटी ये घटना दरअसल 1 साल पहले की है मै  अपने गाँव में रहता था और हमारी एक किराने के सामान  की दूकान थी मेरा गाँव दिन में ही बहुत सूनसान हुआ करता था रात में तो लोग नज़र ही नहीं आते थे और ठंड के वक़्त तो शाम को 5 बजे ही गाँव के सारे लोग अपने अपने घर के अंदर हो जाते थे पर मुझे अपनी दूकान के लिए शहर जाना था मुझे घर वालो ने बोला जल्दी आ जाना फिर मै वहां से सामान लेने निकल पड़ा शहर की ओर मुझे 10 किलोमीटर का रास्ता तय करना था और मुझे घर से निकलते - निकलते ही 5 बज गए थे फिर मै अपनी साइकिल लेकर निकला शहर की ओर  मै जल्दी जल्दी साइकिल चलते हुए जा रहा था तभी मुझे कुछ लोग दिखे जो की खेतो पर काम कर रहे थे कुछ बच्चे खेल रहे थे मै चलते ही जा रहा था चलते ही जा रहा था ,,,,,,1  घटना साइकिल चलाने के बाद शहर पंहुचा

शहर पहुँच कर मैने अपनी दूकान के लिए जल्दी जल्दी सारा सामान ले लिया  जैसे ही मैने सामान को साइकिल पर रखा तभी अचानक बारिश शुरू हो गयी मैने सोचा मेरा सामान भीग न जाए इसलिए मैने जल्दी से अपना सामान साइकिल से उतार कर किनारे रख लिया और उसी दूकान के किनारे खड़ा था ,,,,,,,,,,,आज तो बारिश तूफ़ान और बिजलियों के साथ एक बहुत ही खतरनाक रूप में हो रही थी मै बहुत देर तक बारिश के रुकने का इन्तेजार कर रहा था मुझे 10 किलोमीटर का रास्ता तय करके जल्दी गाँव भी पहुचना था तभी बिजलिया कडकना बंद हुई और आसमान भी साफ़ होने लगा था फिर कुछ देर बाद पानी भी रुक गया मैने समय देखा तो रात के 10 बज चुके थे मै घबरा गया और जल्दी जल्दी साइकिल लेकर अपने गाँव की ओर निकल गया ...........

साइकिल चलाते चलाते मैने देखा की  की बरसात ज्यादा होने के कारण राते की लघ्ट्स गोल हो गई है मुझे पुरे रास्ते में एक भी इंसान दिखाई नही दे रहा था अब मै 5 किलोमीटर का रास्ता पार कर चुका था तभी अचानक मुझे बरात की आवाज़े आने लगी जैसे किसी की बरात जा रही हो मै वो आवाज़ सुनकर खुशी हो गया मैने सोचा अच्छा है और भी इंसान है यहाँ  मै भी उस बारात के पीछे पीछे अपने गाँव चले जाता हूँ फिर मै तेजी से साइकिल चलने लगा और वो आवाज़े तेज होने लगी मेंरी खुशी अंदर ही अंदर बढ़ने लगी  मै जल्दी जल्दी साइकिल चला रहा था  ताकि मै उन बरातियो तक पहुच सकू जैसे ही मै उन बारातियों तक पंहुचा तो उन्हें देखकर  मेरे होश उड़ गये मैने देखा की उन बरातियो की गर्दन कटी हुई थी और उनके पैर मुड़े हुए पूरा खून उनके शरीर से टपक रहा था और उन सभी ने अपने हाथो पर अपने कटे हुए सर पकडे हुए थे अचानक मई साइकिल से गिर गया मेरी साइकिल के टायर फट गये एक जोर से आवाज आई मै इतना दर गया था की मै सब कुछ छोड़ कर वहां से दोड़ते..... दोड़ते  अपने घर भाग गया डर के मारे मेरी स्पीड इतनी बढ़ गई के  3 किलोमीटर का रास्ता मैने  10 मिनट में ही कवर कर लिया था  मैने घर पहुचते ही अपने पापा को सारी बात बता दी फिर पापा ने कहा बेटा हम कल सुबह जल्दी जाकर देखेंगे शायद कुछ सामान मिल जाये मुझे उस रात डर के मारे नींद ही नहीं आई मै जगता ही रहा सुबह के 6 बजे मै पापा के साथ उसी जगह पर गया तो मेरा किराने का सामान पुरे में बिखरा हुआ था खून के टपके हुए निशान भी अपनी जगह मौजूद थे पापा ने वो खून के  निशान देखकर मुझसे कहा बेटा तुम ठीक कह रहे थे आज के बाद तुम इस रस्ते पर अकेले मत जाना 


तो दोस्तों उम्मीद है आपको हमारी ये कहानी पसंद आई होगी हमारे चैनल mpscarytv को सब्सक्राइब करना ना भूले..........तो मिलते है अगली कहानी के साथ   

@rehman....


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